नए राष्ट्रीय समाचार - राष्ट्रपति भवन में चीन के प्रतिनिधियों का स्वागत
नए राष्ट्रीय समाचार - राष्ट्रपति भवन में चीन के प्रतिनिधियों का स्वागत
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राष्ट्रपति आवास में पूर्वी शक्ति के प्रतिनिधियों का विशेष आमंत्रण here हुआ। यह कार्यक्रमसभा की रूप में आयोजित किया गया, जहाँ दोनों पक्षों ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने पर बातचीत की।
- प्रमुख चीन का राजनैतिक दल
- विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग
- भारत-चीन संबंध
प्रधानमंत्री ने चीन से आने वाले प्रतिनिधिमंडल का किया स्वागत
कल देश में एक महत्वपूर्ण घटना घटी। आजादी राष्ट्रपति, श्री नाम3, ने चीन से आए प्रतिनिधिमंडल का शानदार स्वागत किया। यह प्रतिनिधिमंडल सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत आया था।
प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच बंधन महत्वपूर्ण है और आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
भारत-चीन संबंधों में सुधार हो रहा है
दोनों देशों द्वारा/के द्वारा कार्रवाई किये जा रहे हैं ताकि समस्याओं का उपाय किया जा सके। दोनों देशों के नेताओं कोई भी मिलनसारता बढ़ा रहे हैं।
यह संभावना है/इशारा करता है/सूचित करता है कि भविष्य में दोनों देशों के से संबंध और भी मजबूत होंगे।
राष्ट्रपति ने {अभिनंदन किया|स्वागत किया |
भारतीय राष्ट्रपति ने चीन के प्रतिनिधियों का प्रमुख समारोह में {अभिनंदन किया| स्वागत किया. उनका यह दौरा भारत-चीन संबंधों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी रूप से आयोजित किया गया था.
उन्होंने चीन और भारत के बीच सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया.
भवन में विशेष समारोह : शेन्जेन के
{भारत सरकार का प्रतिष्ठित राष्ट्रपति भवन आज सुबह एक महत्वपूर्ण विशेष समारोह से सजा हुआ था। यह समारोह विदेशप्रतिनिधि द्वारा आयोजित किया गया था। समारोह में भारत और चीन के बीच मौजूदाबातचीतसमझौता का समावेश रहा। यह बैठक दोनों देशों के क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
{चीन के प्रतिनिधि ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में भारत की सरकार को सम्मानित किया। इस अवसर पर दोनों देशों के बीच एक यात्राबातचीत का भी आयोजन हुआ, जिसके माध्यम से शांतिपूर्ण सहयोग दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक तालमेल को मजबूत करने का प्रयास किया गया।
- {चीन का प्रतिनिधि राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शामिल हुए।
- भारत और चीन के बीच संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
चीन-भारत के बीच बढ़ते हुए सहयोग का प्रतीक
यह अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दोनों देशों के गहन संबंधों का प्रमाण है। चाहे यह अर्थव्यवस्था हो, शांति हो या अनुसंधान , दोनों देशें एक दूसरे के साथ मिलनसार स्थापित करने में सक्रिय हैं। यह सहयोग आशावादी भविष्य की ओर ले जा रहा है और दोनों देशों के साथ-साथ ग्रह के लिए भी एक मूल्यवान उदाहरण बनता है।
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